यूपी में कोरोना वायरस से 20 और लोगों की मौत, संक्रमण के 503 नए मामले सामने आए
यूपी में तक 385 लोगों ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की वजह से जान गंवाई, अभी 4858 मरीजों का इलाज चल रहा है।
उत्तर प्रदेश में कोविड—19 संक्रमण से 20 और लोगों की मौत होने से शनिवार को मृतकों की संख्या 385 पहुंच गई जबकि 503 नए मामलों के साथ कुल मामलों की संख्या 13 हजार का आंकड़ा पार कर गई. स्वास्थ्य विभाग की ओर से देर शाम जारी बुलेटिन में बताया गया कि अब तक 385 लोगों ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की वजह से जान गंवाई है.
बुलेटिन के अनुसार राज्य में अभी 4858 मरीजों का इलाज चल रहा है जबकि 7875 लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई हैं. बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कुल 13,118 मामले हैं. शनिवार को सबसे अधिक पांच मौतें मेरठ में हुईं. आगरा, गौतमबुद्ध नगर, लखनउ, सिद्धार्थनगर में दो-दो, गाजियाबाद, मुरादाबाद, जौनपुर, बस्ती, बुलंदशहर, आजमगढ और मथुरा में एक-एक व्यक्ति की मौत कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण हुई. बुलेटिन में कहा गया कि सबसे अधिक 50 मामले कानपुर नगर से सामने आये. गौतमबुद्ध नगर से 49, लखनऊ से 44, मेरठ से 23, गाजियाबाद से 20 मामले सामने आए.
इससे पहले प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि पृथक-वास में 4868 लोगों को रखा गया है, जिनका इलाज विभिन्न चिकित्सालयों और मेडिकल कालेजों में किया जा रहा है. कुल 7450 लोगों को पृथकवास केन्द्र में रखा गया है, जिनके नमूने लेकर जांच करायी जा रही है.
प्रसाद ने बताया कि शुक्रवार को कुल 14,236 नमूनों की जांच की गयी और अब तक कुल 4,39,438 नमूनों की जांच की जा चुकी है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को ही पूल टेस्टिंग के माध्यम से पांच-पांच नमूनों के 1125 पूल और दस-दस नमूनों के 116 पूल लगाये गए.
उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर 15,91,305 प्रवासी कामगारों और श्रमिकों का सर्वेक्षण किया. इनमें से 1413 लोग कोरोना संक्रमण के किसी न किसी लक्षण वाले पाए गए. उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं ने उनके बारे में सूचित किया. इन सभी के नमूने लेकर जांच कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि कुल 945 लोगों की जांच के परिणाम आ गये हैं, जिनमें से 156 लोग संक्रमित पाए गए हैं.
प्रसाद ने जनता से अनुरोध किया कि इस समय गर्मी बहुत पड रही है इसलिए अनावश्यक बाहर न निकलें और न ही भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाएं, जहां संक्रमण का काफी अधिक खतरा है. उन्होंने कहा कि अगर कोरोना संक्रमण का कोई लक्षण नजर आये तो तत्काल जिला चिकित्सालय जाएं या फिर हेल्पलाइन नंबर पर फोन करें और जांच करायें क्योंकि अगर संक्रमण है तो उसका नि:शुल्क इलाज कराया जाएगा.